तुम कब गलत होती हो मेरी नज़र में तुम्हारा कहा इसलिए नहीं माना कि तुम कब गलत होती हो मेरी नज़र में तुम्हारा कहा इसलिए नहीं माना कि
क्या दोस्ती मज़ाक थी जो उसको ठुकरा दिया क्या दोस्ती मज़ाक थी जो उसको ठुकरा दिया
काम एक दुख दूर भगाना। खुशियाँ ही खुशियाँ फैलाना काम एक दुख दूर भगाना। खुशियाँ ही खुशियाँ फैलाना
आज की दुनिया है कैसी किसको किसने जाना है। आज की दुनिया है कैसी किसको किसने जाना है।
जलती कली पीया से मिलन लागे, जलती कली पीया से मिलन लागे ! जलती कली पीया से मिलन लागे, जलती कली पीया से मिलन लागे !
दिन-रात करते करते दमन, हत्या ही कर दी तुमने मेरी उमंगों की, मेरे अरमानों की, तुमने तो दिन-रात करते करते दमन, हत्या ही कर दी तुमने मेरी उमंगों की, मेरे अरमानों की, ...